my first write ...
hell with it ...
i m done ...
ये सपने
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इन आठ पहरो में सिमटी ज़िन्दगी से ऐसा रूठा हुआ हूं मैं
के अपने ही सपनों से पीछे हो गया हूं, इतना धीरे चला हूं मैं
ना जाने किन ख्वाबों में ऐसा डूबा हुआ हू...
1 comment:
this was the best write up ;)
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